Sunday 28 April 2024

पाँच शब्द में अटके

पाँच शब्द पाँच हैं मुद्रा सो निश्चय कर जाना ।
आगे पुरुष पुराण नि:अक्षर तिनकी खबर न जाना ॥
नौ नाथ चौरासी सिद्ध लो पाँच शब्द में अटके ।
मुद्रा साध रहे घाट भीतर फिर औंधे मुँह लटके ॥
पाँच शब्द पाँच हैं मुद्रा लोक द्वीप यमजाला ।
कहै कबीर अक्षर के आगे नि:अक्षर उजियाला ॥

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