Monday 29 April 2024

कर सेवा निर्बंध की

कबीर, बंधे को बंधा मिला,
छूटै कौन उपाय ।
कर सेवा निर्बंध की,
पल मे ले छुड़ाई ।।

सात सुरति


औहं काया मरि मरि जाई, सोहं फिर फिर देह धराई

सेत लोक मे सतगुरु से मिलाप

सेत अटारी का भेद

हौद कौसर का भेद

सत कबीर लोक का भेद

गुप्त वस्तु का भेद

छर, अछर, निहअछर