Avigat Kabir
Thursday, 7 August 2025
लायी लग मोमिन नालों, खोजी काफिर चंगा
रब्ब इक गुंजलदार भुझारत
रब्ब इक गोरख धंदा
खोलन लगेयां बह जा वे
काफ़र हो जाये बंदा
काफ़र होनो डर के जींवीं
खोलनो मूल न खूंजीं
लायी लग मोमिन नालों
खोजी काफिर चंगा
~मोहन सिंह दीवाना
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