Avigat Kabir
Monday, 24 March 2025
नीच जात परदेसी मेरा
नानक, नीच जात परदेसी मेरा,
छिन्न
आवे तिल जावे ।
ताकि संगत नानक रहंदा ,
क्यूंकर मोड़ा पावे ।।
No comments:
Post a Comment
Newer Post
Older Post
Home
Subscribe to:
Post Comments (Atom)
No comments:
Post a Comment