Avigat Kabir

Wednesday, 17 September 2025

Bajar Kapaat

›

What is Mantra

›

ओअं in Jaap Saheb by Tenth Guru

›
ओअं आदि रूपे ॥ अनादि सरूपै ॥ अनंगी अनामे ॥ त्रिभंगी त्रिकामे ॥१२८॥ ओअंकार आदि ॥ कथनी अनादि ॥ खल खंड खिआल ॥ गुर बर अकाल ॥१६७॥ नमसतं न्रितापे ...

Jab hum bhagat bhaye Sukhdeva, Tab Janak videh kiya gurdeva

›
Monday, 15 September 2025

Kabir Updesh

›

हरदम खोज हनोज हाज़िर, त्रिवैणी के तीर हैं

›
गरीब, हरदम खोज हनोज हाज़िर, त्रिवैणी के तीर हैं। दास गरीब तबीब सत्गुरु, बंदीछोड कबीर हैं।।

सब वजूद के अंतरे, है मौजूद कबीर

›
सब वजूद के अंतरे, है मौजूद कबीर। ताको सुलभ कर देखिए, सब पीरन मे पीर।। दोनो दीन मे रम रहा, सत्गुरु नाम कबीर।।
›
Home
View web version

About Me

Harmanjeet Singh
View my complete profile
Powered by Blogger.