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http://avigatkabir.blogspot.com/2023/06/ong-sohang-jaap-by-nanak-ji.html
https://avigatkabir.blogspot.com/2024/05/sohang-se-brahmand-upaya.html?m=1
IkOnkaar Satnaam KartaPurukh
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IkOnkaar Satnaam KartaPurukh
OM TAT SAT
ALIF LAAM MEEM
Sound of Breath - Ong Sohang
Painti Akhri by Sant Ravidas Ji
Example of Ang - Tippi
ओऽहंग से काया बनी । सोऽहंग से मन होय ।
ओऽहम सोऽहम से परे । बूझे बिरला कोय ।
ओऽहम सोऽहम से परे । बूझे बिरला कोय ।
सोऽहंग सोऽहंग जपना छोङ । मनुआ सुरत शब्द से जोङ ।
लेकिन ये बङा सरल है कि कुछ ही देर में इसका स्वतः सरल परीक्षण हो सकता है । विश्व का कोई भी किसी जाति धर्म का व्यक्ति गहरी सांस लेता हुआ प्रति 4 सेकेंड में प्रथम 2 सोऽऽ और अगले 2 सेकेंड हंऽऽग सुनता हुआ आराम से परीक्षण कर सकता है । जो सांस या दमा के रोगी होते हैं । उनकी तेज स्वांस में तो ये साफ़ साफ़ बहुत तेज और स्पष्ट सुनायी देता है ।
Sohang ek jaap hai
Soham ek avastha hai
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